浣溪沙·次韵奉答筠姊中秋寄友(当代·陈忠平)释义,解释
古诗文 | 浣溪沙·次韵奉答筠姊中秋寄友(当代·陈忠平) |
释义 | 浣溪沙·次韵奉答筠姊中秋寄友(当代·陈忠平) 桂院寒枝又著花,筛香月倚琐窗斜。 清光不许片云遮。 拟倩鸥心追影事,难凭雁足棹浮槎。 晓风一觉梦生涯。 |
古诗文 | 浣溪沙·次韵奉答筠姊中秋寄友(当代·陈忠平) |
释义 | 浣溪沙·次韵奉答筠姊中秋寄友(当代·陈忠平) 桂院寒枝又著花,筛香月倚琐窗斜。 清光不许片云遮。 拟倩鸥心追影事,难凭雁足棹浮槎。 晓风一觉梦生涯。 |