怀浮山诗寄药公(明末清初·施闰章)释义,解释
古诗文 | 怀浮山诗寄药公(明末清初·施闰章) |
释义 | 怀浮山诗寄药公(明末清初·施闰章) 我闻浮渡山,好峰七十二。 崱屴排空冥,窈窕凿深翠。 石洞穷雕镌,森然百物备。 窟龙自雷雨,山鬼栖薜荔。 岩高倒景明,下见浮云坠。 出没随江烟,虚无不在地。 奥区为谁造,灵迹此中閟。 中有冥心人,高言越世事。 抉剔开混茫,乾坤受轩轾。 我性癖兵壑,驰情有真寄。 行将策杖游,餐霞破憔悴。 |
古诗文 | 怀浮山诗寄药公(明末清初·施闰章) |
释义 | 怀浮山诗寄药公(明末清初·施闰章) 我闻浮渡山,好峰七十二。 崱屴排空冥,窈窕凿深翠。 石洞穷雕镌,森然百物备。 窟龙自雷雨,山鬼栖薜荔。 岩高倒景明,下见浮云坠。 出没随江烟,虚无不在地。 奥区为谁造,灵迹此中閟。 中有冥心人,高言越世事。 抉剔开混茫,乾坤受轩轾。 我性癖兵壑,驰情有真寄。 行将策杖游,餐霞破憔悴。 |